शिमला
निगम शिमला और विधानसभा चुनाव की आहट के बीच पिछले एक महीने में करीब 33 विभागों और सरकारी उपक्रमों ने बिजली-पानी समेत 300 करोड़ की योजनाओं के लिए 476 टेंडर लगाए हैं।
हिमाचल प्रदेश की जयराम सरकार पूरी तरह से चुनावी मोड में है। निगम शिमला और विधानसभा चुनाव की आहट के बीच पिछले एक महीने में करीब 33 विभागों और सरकारी उपक्रमों ने बिजली-पानी समेत 300 करोड़ की योजनाओं के लिए 476 टेंडर लगाए हैं। प्रदेश में अब सड़कों, पेयजल और अन्य योजनाओं के काम तेजी से शुरू होंगे। जिन योजनाओं के टेंडर लगे हैं, उनमें मंत्रियों, विधायकों के हलकों के काम तो हैं ही, साथ में ऐसे क्षेत्र भी शुमार हैं, जहां पर विभिन्न निगमों-बोर्डों के अध्यक्षों और उपाध्यक्षों की नियुक्ति की गई है। जिन विभागों में टेंडर लगे हैं, उनमें लोक निर्माण, जल शक्ति, बागवानी, स्वास्थ्य, शहरी विकास, वन, पर्यटन विभाग, स्वास्थ्य, बिजली बोर्ड आदि प्रमुख हैं।
सड़कों, भवनों की इन प्रमुख योजनाओं के टेंडर लगाए
जिन प्रमुख योजनाओं के टेंडर लगाए गए हैं, उनमें कसौली में बेलमाउंट सर्किट हाउस का जीर्णोद्धार, नगरोटा बगवां में राजकीय महाविद्यालय की विशेष मरम्मत, शिमला में स्टील फुटपाथ, नादौन में संयुक्त कार्यालय भवन का निर्माण, मंडी के लोहाखर में आयुर्वेद स्वास्थ्य केंद्र निर्माण, हमीरपुर के जेल कांप्लेक्स में टाइप टू क्वार्टर का निर्माण, बिलासपुर में इलेक्ट्रिक वोटिंग मशीनों के लिए वेयरहाउस का निर्माण, विभिन्न जिलों में सड़कों की मरम्मत प्रमुख हैं।
जल शक्ति महकमे के प्रमुख कार्य
जल शक्ति महकमे के प्रमुख कार्यों में केलांग कस्बे के लिए 24 घंटे पेयजल योजना, जवाली में उठाऊ पेयजल योजना हार का पुनर्निर्माण, मंडी की तहसील निहरी में वर्षा जल संग्रहण ढांचे का जीर्णोद्धार, ग्राम पंचायत बगैण में गिरि खड्ड से ऊपरी बनाहल के लिए पेयजल योजना, सरकाघाट की सीवेज स्कीम की मरम्मत शामिल है।
किस विभाग या सरकारी उपक्रम के कितने टेंडर
पीडब्ल्यूडी 201
जल शक्ति विभाग 68
शहरी विकास विभाग 58
बिजली बोर्ड 25
नगर निगम शिमला 16
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग 12
चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान निदेशालय 9
वन विभाग 9
पर्यटन विकास निगम 6
बस अड्डा विकास प्राधिकरण
अन्य 66